कांवड़ मेले के दौरान व्यवधान डालने, मादक द्रव्यों के सेवन या किसी भी प्रकार की बाधा डालने वालों के खिलाफ होगी सख्त कार्रवाई

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लाइव देवभूमि भारत संवाददाता हरिद्वार:

कांवड़ मेले के दौरान व्यवधान डालने, मादक द्रव्यों के सेवन या किसी भी प्रकार की बाधा डालने वालों के खिलाफ अधिकारी सख्त कार्रवाई करेंगे।

मुख्य सचिव आनंद बर्धन ने अधिकारियों को इस तरह के व्यवहार में शामिल व्यक्तियों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई करने के निर्देश दिए और मेले के दौरान बड़े डीजे साउंड सिस्टम पर प्रतिबंध लगाने के आदेश दिए। उन्होंने यह बात सोमवार को वार्षिक कांवड़ मेले की तैयारियों का जायजा लेने के लिए आयोजित समीक्षा बैठक में कही। इस वर्ष कांवड़ मेला 11 से 23 जुलाई तक होगा। 13 से 17 जुलाई तक पंचक काल, 20 से 23 जुलाई तक डाक कांवड़ और 23 जुलाई को श्रावण शिवरात्रि पर जलाभिषेक होगा। इसे देखते हुए बर्धन ने संबंधित विभागों और कार्यदायी संस्थाओं को समय से सभी व्यवस्थाएं पूरी करने के निर्देश दिए। उन्होंने आयोजन के दौरान सुचारू संचालन सुनिश्चित करने के लिए विभागों के बीच समन्वय के महत्व पर जोर दिया। बर्धन ने चेतावनी दी कि सफाई, पेयजल आपूर्ति, पार्किंग व्यवस्था या सार्वजनिक शौचालय जैसी बुनियादी सुविधाओं में किसी भी तरह की लापरवाही के लिए जिम्मेदार विभागों और एजेंसियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने नगर निकायों को नियमित साफ-सफाई, पर्याप्त शौचालय सुविधा और उचित पार्किंग व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने जल संस्थान को निर्बाध पेयजल उपलब्धता बनाए रखने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को खाद्य पदार्थों की नियमित निगरानी करने और अधिक कीमत वसूलने पर रोक लगाने के भी निर्देश दिए। बर्धन ने अंतिम समय में असमंजस से बचने के लिए अंतर-जिला और अंतर-राज्यीय मुद्दों, खासकर उत्तर प्रदेश के साथ, पर समय पर परामर्श करने की भी सलाह दी। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी संबंधित एजेंसियों के साथ समय पर बैठक कर आवश्यक निर्देश जारी किए जाएं। सिंचाई विभाग को स्नान घाटों और पुलों पर साफ-सफाई और सुरक्षा सुनिश्चित करने को कहा गया है। हरिद्वार के जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने मेले के मुख्य स्थल हरिद्वार में की गई व्यवस्थाओं का विस्तृत विवरण प्रस्तुत किया। प्रस्तुतिकरण में यातायात मार्ग, स्थायी और अस्थायी पार्किंग क्षेत्र, भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा उपायों को शामिल किया गया। यातायात योजना में आने-जाने वाले वाहनों के लिए रूट डायवर्जन शामिल है। हरिद्वार के एसएसपी प्रमेंद्र डोभाल ने बताया कि प्रभावी प्रबंधन के लिए कांवड़ मेला क्षेत्र को 16 सुपर जोन, 23 जोन और 134 सेक्टरों में बांटा गया है। प्रशासन ने स्थायी और अस्थायी ढांचागत जरूरतों और संबंधित बजटीय प्रावधानों की भी पहचान कर ली है। देहरादून, पौड़ी और टिहरी जिलों के अधिकारियों ने भी अपनी तैयारियों और बजट जरूरतों पर अपडेट साझा किए। बैठक में अपर पुलिस महानिदेशक (अपराध, कानून एवं व्यवस्था) वी मुरुगेसन, गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडे, महानिरीक्षक केएस नगन्याल और हरिद्वार, देहरादून, पौड़ी और टिहरी के वरिष्ठ प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी भी मौजूद थे

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