वक्फ संशोधन बिल 2024 लोकसभा में 12 घंटे की जनता के बाद पास हो गया। 288 सांसदों में पक्ष में और 232 में विपक्ष में वोट डाला।
अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने इसे पेश किया था किरेन रिजिजू ने इस उम्मीद (यूनिफाइड वक्फ मैनेजमेंट इंपावरमेंट, इफिशिएंसी एंड डेवलपमेंट) नाम दिया है।
बिल को केंद्र की सरकार में शामिल टीडीपी ,जेडीयू और लोजपा ने समर्थन दिया केंद्रीय अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री किरेन रिजिजू ने चर्चा का जवाब दिया।
चर्चा के दौरान AIMIM के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि इस बिल का मकसद मुसलमानो को जलील करना है, मैं गांधी की तरह वक्फ बिल को फाड़ता हूं । बिल को फाड़ने के बाद ओवैसी संसद की कार्रवाई छोड़कर चले गए।
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि वक्फ में कोई गैर इस्लामिक नहीं आएगा। ऐसा कोई प्रोविजन भी नहीं है वोट बैंक के लिए सिर्फ माइनॉरिटीज को डराया जा रहा है।
शाह ने किसी सदस्य के कहने पर (कि यह बिल माइनॉरिटी स्वीकार नहीं करेगी) कहा क्या धमकी दे रहे हो भाई संसद का कानून है, स्वीकार करना पड़ेगा।

बिल पर चर्चा में केंद्रीय अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री ने कहा कि कांग्रेस के नेतृत्व वाली UPA सरकार ने 5 मार्च 2014 को 123 प्राइम प्रॉपर्टी को दिल्ली क बोर्ड को ट्रांसफर कर दिया था, ऐसा लोकसभा चुनाव से ठीक पहले अल्पसंख्यक वोटो के लिए किया गया था। पर वह चुनाव हार गए उन्होंने कहा अगर हमने आज यह संशोधन बिल पेश नहीं किया होता तो जिस इमारत में हम बैठे हैं उसे पर भी वक्फ संपत्ति होने का दावा किया जा सकता था, अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार सत्ता में नहीं आती तो कई अन्य संपत्ति अभी गैर – अधिसूचित हो जाती।
उन्होंने कहा कि बिल पास होने पर करोड़ों महिलाएं, बच्चे ओर गरीब मुसलमान मोदी जी को धन्यवाद देंगे इस इस बिल का समर्थन कीजिए
भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने कहा कि वक्फ के खौफ से भारत के लोग आजादी चाहते हैं।
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के प्रवक्ता डॉक्टर सैयद कासिम रसूल इलियास ने कहा अगर यह बिल संसद में पास हो गया तो हम इसके खिलाफ देशव्यापी आंदोलन शुरू करेंगे ।










